दावाः विश्व में नहीं है अभी ऐसा डिवाइस
संजीत ने बताया कि डिवाइस का आकार एक पावरबैंक के समान है। उसमें एक एसी, हीटर, एक चार्जेबल बैट्री, एयरपंप, सर्किट (एक मशीन जो गर्म व ठंडा करता है) लगा हुआ है। दो साल में सिर्फ डिवाइस की बैट्री बदलनी होगी। संजीव ने बताया कि बैट्री के अनुसार यह डिवाइस छह से चौबीस घंटे तक लगातार काम कर सकता है। इसे तैयार करने में 600 रुपए की लागत आई है।
संजीव ने बताया कि डिवाइस इतना छोटा है कि उसे पॉकेट में आसानी से रखा जा सकता है। डिवाइस से एक तार बाहर निकला हुआ है। जिसे शरीर के किसी अंग से स्पर्श करा देना है। गर्म ठंडा का स्विच ऑन करते ही यह डिवाइस माइनस जीरो जीरो डिग्री तापमान में भी शरीर को गर्म व भीषण गर्मी में भी शरीर को बिल्कुल ठंडा रख सकता है। संजीव ने दावा किया कि विश्व में ऐसा डिवाइस अभी कही नहीं है।
सुपर बैट्री के लिए पीएम को लिखा पत्र, वायुमंडल से सौर ऊर्जा को खींचकर खुद को चार्ज करेगी बैट्री
संजीव ने सुपर बैट्री का भी निर्माण किया है। इस बैट्री को चार्ज नही करना पड़ेगा। यह बैट्री वायुमंडल से सौर ऊर्जा को खींचकर खुद को चार्ज करेगा। इसके निर्माण के बाद संजीव ने सहयोग के लिए पीएम को पत्र लिखा। पीएम की ओर से कोई तत्काल मदद तो नहीं मिली, लेकिन उसका पत्र बिहार साइंस एंड टेक्नालॉजी विभाग को चला गया। अब विभाग ने संजीव से वर्किंग मॉडल दिखाने की मांग किया है। संजीव ने बताया कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में वह डेमो विभाग को सौंपेगा।
पूर्व में भी बना चुका है कई यंत्र
संजीव ने इस डिवाइस का निर्माण पहली बार नहीं किया है। इससे पहले संजीव ने रेल पटरियों के टूटते ही अलार्म बजने के यंत्र, मोबाइल से बिजली कंट्रोलर, हेपटाइज फैन आदि का निर्माण कर चुका है।