बेतिया। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज निवर्तमान वर्ष 2016 में पूरे साल एमसीआइ के सवालों से जूझता रहा। भवन, चिकित्सकों की संख्या, लैब, फैकल्टी, ओटी, लाइब्रेरी, खेल मैदान, जांच के लिए उपकरण आदि को लेकर परेशान रहा। मानक से कोसों दूर इस कॉलेज को लेकर कई बार एमसीआइ ने सवाल खड़े किए। समय-समय पर निरीक्षण होता रहा। निरीक्षण को आई टीम अधिकारियों को सुविधाओं की कमी के लिए फटकार लगाती रही। इलाज के तौर-तरीकों पर भी सवाल खड़ा किया। नामांकन की स्वीकृति के लिए कुछ ¨बदुओं को चिन्हित कर उसे दूर करने की नसीहत दी। नतीजतन, हर बार कॉलेज की मान्यता को बचाने के लिए कॉलेज प्रशासन ने भी जमकर प्रयास किया। एमसीआई की ओर से तय मानक पर खड़ा उतरने के लिए पूरे साल मशक्कत करता रहा। इसके लिए सरकार से लेकर विभाग के अधिकारियों को भी खासे परेशानी झेलनी पड़ी। संसाधन की कमियों से जूझ रहे इस कॉलेज की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कॉलेज प्रशासन ने मान्यता बचाने के लिए कई पहल की। कॉलेज प्रशासन का जोर एक तरफ जहां संसाधनों को बढ़ाने पर रहा वहीं दूसरी तरफ लगातार चिकित्सकों की बहाली भी होती रही। कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए आउटसोर्सिंग के कर्मियों एवं सुरक्षा कर्मियों को भी बहाल किया गया। भवन के लिए कई बार कॉलेज के छात्र-छात्राओं को सड़क पर उतरने की नौबत भी आई।
एमसीआइ के सवालों से पूरे वर्ष जूझता रहा मेडिकल कॉलेज।।
By Apna Bettiah
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