पुलिस अब धर्म प्रचारक की पिटाई करने वालों की तलाश में जुट गई है। नगर थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान ने बताया कि धर्म प्रचारक पर हमला हुआ है। मामले में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही हैं।
उनकी पहचान कर गिरफ्तारी होगी। पुलिस के अनुसार बस स्टैंड में युवक को हिरासत में नहीं लिया गया था बल्कि पुलिस उसे हमलावरों से छुड़ाया गया था।
इधर घटना को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से हिन्दू संगठनों में उबाल आ गया है। वे इसे ईसाई मिशनरी की दबाव बता रहे हैं। इधर, बताया जाता है कि प्रोटेस्टैंट चर्च के धर्म प्रचारक (पुरोहित) बेतिया में आयोजित तीन दिवसीय प्रार्थना सभा में शामिल होने भक्तों के साथ बस स्टैंड में पहुंचे थे।
सूत्रों के अनुसार शहर के दुर्गाबाग स्थित जेम्स संत पॉल्स चर्च में सोमवार की संध्या से तीन दिवसीय विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। पुरोहित कुछ हिंदू भक्तों के साथ प्रार्थना सभा में शामिल होने बस से बेतिया आ रहे थे। रास्ते में बस में बैठे एक यात्री ने महिलाओं से बातचीत की और उनके बेतिया आने का कारण पूछा। बस के बेतिया पहुंचने पर शोर मचाया कि लोगों को धर्म परिवर्तन कराने ले जाया जा रहा है।
फोन से इसकी सूचना कई लोगों को दी गई। देखते ही देखते वहां भीड़ लग गई। और लोगों ने पुरोहित की धुनाई कर दी।
धुनाई करनेवालों की भीड़ में कुछ पुलिस अधिकारी भी नजर आए। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी पुरोहित को नहीं बख्शा और उस पर हाथ साफ किया। उसे अपने वाहन में बैठा कर वहां से ले कर चली गई।
स्रोत: दैनिक जागरण