बेतिया रेंज व अनुमंडलों में पुलिसिया निजाम बदलने के बाद वारदातें थमने की बात तो दूर बढ़ती ही जा रही हैं।
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अकेले अप्रैल माह में हत्या, लूट, चोरी, रेप व अपहरण जैसी 50 से अधिक वारदातें हुई. इन दिनों में पुलिस की हनक जहां गुम सी दिखी, वहीं अपराधियों का गिरोह सक्रिय रहा. शाम ढलते ही लूट व दुकानों के धड़ाधड़ टूटे ताले ने पुलिसिया सक्रियता, गश्ती और दावों की खुद ब खुद चुगली करती दिखी. कत्ल की वारदातें बढ़ी तो लूट व चोरी के मामलों की बाढ़ सी आ गई. रिकार्ड तस्दीक करते हैं कि अप्रैल और मई माह के इन 33दिनों में में पुलिस की पकड़ क्राइम कंट्रोल से ढ़ीली पड़ गई़।
मामलों पर गौर करें तो इन 33 दिनों में नौ हत्याएं, लूट-उच्चकेबाजी व छिनैती की 10 वारदातें, 18 से अधिक चोरियां, रेप के तीन व लड़कियों के साथ छेड़खानी व अपहरण के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आये. जबकि बाइक व चार पहिया वाहन चोरी के दर्जनभर से अधिक वारदातें हुई. नरकटियागंज में तो एक ही रात पांच दुकानों व मकानों में चोरी हुई. सब्जी विक्रेता गणेश चौधरी की गोली मार सरेशाम हत्या का मामला भी पुलिस की सक्रियता पर सवालियां निशान उठाईं। वहीं जमादार टोला में छठवीं के छात्र मोहम्मद सावेद की हत्या ने जिले का सहमा दिया। मुफस्सिल में गर्भवती महिला पर सरेशाम गोली मारने के मामला भी आया। मामला पर कंट्रोल तो दूर पुलिस कई मामलों का खुलासा तक नहीं कर सकी है. इसमें छात्र सावेद हत्याकांड, सिंगाछापर प्रकाश हत्याकांड, घरदान पोखरा गोलीकांड इत्यादि मामलों से अभी तक पर्दा तक नहीं उठ सका है। खास यह रहा कि पूरे माह पुलिस अपराधियों के पीछे भागती नजर आयी और अपराधी पुलिस को चुनौती देते हुए वारदातों को अंजाम देते रहे़ं।
बेतिया रिलायंस पेट्रोल पम्प पर की फायरिंग कर अपराधी पैदल ही निकल गए। चोरी की 18 वारदातों से भी पुलिस ने नहीं लिया सबक, वही मैनाटांड़ में महिला, तो मझौलिया में नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आया मामला।
हर तीसरे दिन बहा खून
वर्दी पर लगे दाग से हुई किरकिरी अब तक कई हो चुके हैं निलंबित
क्राइम कंट्रोल में पिछड़ती पुलिस की कारगुजारियों से अप्रैल माह में महकमे की जमकर किरकिरी हुई। वर्दी पर दाग लगने से कई पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी। जबकि कई मामलों में पुलिस बैकफुट पर दिखी। कंगली थानाध्यक्ष को रिश्वत लेने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। वहीं शिकारपुर थाने में एक मुंशी की रिश्वत लेते वीडियो वॉयरल होने का मामला भी सामने आया. लापरवाह अफसरों पर डीआईजी व एसपी ने कड़ी कार्रवाई कर महकमे की छवि सुधारने का भरसक प्रयास किया. इसमें अनुसंधान में लापरवाही पर तीन दारागाओं को निलंबित कर दिया गया। लेकिन, पुलिस हिरासत में मझौलिया रेप कांड के आरोपी के भागने के मामले ने किरकिरी कराई. हालांकि इसमें भी कड़ी कार्रवाई की गई।
लूट व छिनतई के मामले
01 अप्रैल: लालगढ़ के प्रमोद से 1.30 लाख की उचक्केबाजी।
02 अप्रैल: बानूछापर के बी पांडेय की बेटी के गले से सोने का चेन छीनने का मामला।
11 अप्रैल: योगापट्टी के अर्जुन महतो से 65 हजार की लूट।
12 अप्रैल: नमक व्यवसायी दयासागर की पत्नी से लूट।
20 अप्रैल: चनपटिया में गौनाहा के सिद्धेश्वर से 2.13 लाख की उचक्केबाजी।
26 अप्रैल: गौनाहा में शेख समसुद्दीन के 40 हजार उड़ाये।
27 अप्रैल: शहर में साठी के सगीर से 40 हजार उड़ाये।
स्रोत: प्रभात खबर