इमदाद ने पुलिस को जब इस हत्याकांड के पिछे का कारण बताया तो पुलिस भी भौचक हो गयी है.
दरअसल इमदाद व विशाल एक हीं स्कूल में साथ साथ पढ़ते थे और इमदाद अक्सर स्कूल से गायब रहता था जिसकी शिकायत विशाल सिंह ने प्राचार्य से की थी. दो-तीन बार जब विशाल ने इमदाद की शिकायत स्कूल में की तो इमदाद ने कसम खाई कि इस दुनिया में या तो विशाल रहेगा या फिर मै. जिसके बाद दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले इमदाद ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर विशाल सिंह की हत्या की साजिस रची. जिसे 21 जून को अंजाम दिया गया और शहर के छावनी रेल फाटक के पास चाकु से गोदकर उसकी हत्या कर दी गयी।
इस मामले में पुलिस ने वारदात की रात में हीं पांच आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन मुख्य आरोपी अजमाईन उर्फ इमदाद फरार था. जिसे एसपी द्वारा गठित एसआईटी की टीम ने बस स्टैंड के पास से धर दबोचा है. इमदाद की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है और चर्चित विशाल सिंह हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है.
विशाल सिंह हत्या कांड में आरोपीयो को पकड़ने के लिए एक टीम पुलिस अधीक्षक के द्वार गठित की गई थी इस टीम की अगुवाई सदर SDPO पंकज रावत इंस्पेक्टर श्री राम सिंह मनुआपुल थाना अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह विवेकानंद सिंह तनिकी सेल के अमित कुमार एवं अन्य पुलिस बल के द्वारा न्यू बस स्टैंड बेतिया से मुख्य अभियुक्त आजमाइन उर्फ इमदाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। यह मामला इस जिले में पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ था।