हमारे देश के सभी छोटे बड़े शहरों के अलावा अपना बेतिया का भी अमृत सिटी ने चयन हुआ हैं।
जैसे के हम आप सभी को इस अमृत सिटी के बारे में जनवरी से बताते आ रहे हैं।
अगर आप नहीं जानते तो आप यहाँ पढ़ सकते हैं..
— “स्वच्छ सर्वेक्षण 2017” के तहत 500AMRUT शहरो में शामिल बेतिया का होगा परिवर्तन।।
— बेतिया शहर आ सकता हैं देश के सर्वोच्च स्वच्छ शहरों के सूचि में..पढ़े कैसे??
…तो जैसा के हमने आपको बताया था के 22-23जनवरी को दिल्ली से एक टीम आई थी बेतिया में जो बेतिया को निरीक्षन की, के भारत के 500शहरों में शामिल होने योग्य हैं या नहीं जिन्हें अमृत शहरों में शामिल कर इसे स्मार्ट सिटी के तहत सँवारा जा सके।
इस अमृत मिशन के तहत काफी फंड मिलेगी बेतिया को जिससे इसको आकर्षित, हरा-भरा, स्वच्छ इत्यादि बना सके।
दिल्ली से आई टीम बेतिया शहर को काफी अच्छे से सर्वे भी की और यहाँ की व्यवस्थाओ से संतुष्ट होकर भी गयी। (इसके लिए हमारे बेतिया नगरपालिका को धन्यवाद, तब इन्होने काफी काम किया था बेतिया को संवारने में)..
और इसके बाद दिल्ली टीम ने बेतिया शहर को भारत के उन 500शहरों में शामिल किया जिन्हें स्मार्ट सिटी की तरह बनाया जा सके। और इसके बाद अमृत सिटी के तहत बेतिया में 11 योजनाओं का चयन किया गया हैं। पर जो चुस्ती और शिद्दत बेतिया नगरपालिका का सर्वे वक़्त दिखा था। वो अब एकदम सुस्त नजर आ रहा हैं।
और हद्द तो ये हैं के अमृत शहर द्वारा पास की गयी 11 योजनाओं में से सिर्फ 2 ही योजनाओं पर नप प्रशासन काम कर रहा हैं। जिसमें ऑफिसर कॉलोनी पार्क के जीणोरद्वार लो लेकर कार्यदेश के अलावा एक योजना शामिल हैं। जबकि पिउनिबाग पार्क का डीपीआर तैयार कर लिया गया हैं।
अमृत परियोजना के अंतर्गत जिन कस्बो/वार्ड्स/मोहल्लो को चुना जाएगा, वहाँ बुनियादी सुविधाएँ जैसे के बिजली, पानी की सप्लाई, सीवर, सेप्टेज मैनेजमेंट, कूड़ा प्रबंधन, वर्ष जल संचयन, ट्रांसपोर्ट, पार्कस, अच्छी सडक, साफ़ नाले, मच्छरों से छुटकारा, चारों तरफ हरियाली, स्कुल, साफ़ चौक-चौराहे, ट्रैफिक पुलिस, इत्यादि यानी हर वो चीज जो उस जगह को विकसित तथा आकर्षण करने में योगदान दें।
इसके अलावा ई-गवर्नेन्स के माध्यम से कई सुविधाएँ दी जानी हैं। जो लोगो के कामों को आसान बनाएँगी, और साथ ही बिजली बिल, पानी का बिल, हॉउस टैक्स, आदि, सुविधाएँ ई-गवर्नेन्स के माध्यम से करनी होगी।।
… और इसके साथ ही ये भी बता दूँ के अब तक जाम एवं गंदगी की समस्याओं से परेशान बेतियावासियों को जल्द ही इससे मुक्ति मिलने वाली है। शहर को इन समस्याओं से निजात दिलाने का रास्ता साफ हो गया है, अब ठेला भेंडर भी जहां-तहां अपने ठेले को नहीं लगा पाएँगे। बल्कि एक निश्चित जगह पर लगाएंगे, जहां उनको ठेला लगाने की अनुमति जिला प्रशासन देगी। जिला प्रशासन की पहल पर नगर खाली पड़ी बेतिया राज की जमीन को वेंडर जोन के लिए चुना गया है।
जिसे ठेला भेंडरों के नाम पर आवंटित कर दिया जाएगा.. इसके एवज में ठेला भेंडरों से रेंट की वसूली की जाएगी। इस कार्य के लिए बेतिया राज की जमीन को राजस्व पर्षद से स्वीकृति करा ली गई है।
भेंडर जोन बन जाने से शहर एक ओर जहां सुन्दर दिखेगा, तो दूसरी ओर बेतियावासियों को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। क्यूंकि शहर में जाम यत्र-तत्र ठेला, रिक्शा, टेम्पू, लगाने से ही ज्यादा होती हैं। शहर में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को शीघ्र शुरु की जाएगी। इसके अलावा पार्किंग स्लाट को चिह्नित करने एवं इस पर पहल से शहर की सुन्दरता में बढ़ोत्तरी होगी।।
किसी भी शहर को सुंदर तथा आकर्षित बनाने के लिए हमे समाजिक और व्यक्तिगत रूप से, क्यूंकि दो लोग मिलकर एक परिवार बनता हैं और सैकड़ो हज़ारों परिवार से एक शहर बनता हैं। जैसे हर परिवार अपने घर की साफ़ सफाई पर पूरा ध्यान देते हैं, वैसे ही अगर हर परिवार चाहे तो अपने शहर बेतिया को भी साफ़ सुंदर तथा आकर्षण बना सकते हैं।
हमारी महिला मित्र साक्षी, के कुछ बतायें हुए निम्न बिन्दुओ पर अगर ध्यान दे तो हम अपने शहर को गंदगी मुक्त और साथ की आकर्षक बना सकते हैं।
● घर के कचड़ो को रोड़ और पास के नालियों में ना फेकें (अब बेतिया में हर वार्ड्स में ये सुविधा दी गयी हैं के वहाँ के नागरिक कूड़े कचड़ो को डस्टबिन में फेंक सके, और कुछ वार्डस में तो सुबह कूड़े उठाने के लिए घर पर ही पहुँच जाते हैं।)
● अगर हमारे बेतिया के हर वार्ड्स पार्षद, नालियों को सही समय पर सफाई करें और साथ ही नालियों में D.O.T का छिडकाव करवाएँ तो शहर में मच्छरों से काफी हद्द तक राहत मिलेगी।
● हमारे शहर के रोड़ो पर झाड़ू लगता तो हैं पर ये नियमित नहीं रहता, मनमौजी में होते हैं जो भी इसके मजदूर होते हैं। अगर हमारे शहर के हर वार्ड्स में नियमित रूप से हमेशा सड़को पर झाड़ू लगे तो हमारा बेतिया काफी आकर्षक हो सकता हैं।
● प्रत्येक वार्ड्स पार्षद को अपने वार्ड्स के हर उस जगह डस्टबिन की डब्बे रखवाना चाहिए जहाँ उसकी जरूरत हो, ताकि स्थानिये निवासी यत्र-तत्र गंदगी ना फेंके और जो ऐसा करें उसपर कुछ जुर्माना तरह का हो।
● अपने बेतिया शहर में ज्यादा तो नहीं पर जो भी सार्वजनिक चीजे हैं जैसे के पार्क, शहीद पार्क, तलाब इत्यादी चीजे/जगहों की रख-रखाओ में ध्यान हो।
● अनआवश्यक नालों/इत्यादि को भर कर बेतिया को साफ़ सुंदर बनाने में अहम योगदान दिया जा सकता हैं।
● बेतिया के कुछ वार्ड्स में स्ट्रीट लाईट्स लगी हैं पर हर वार्ड्स में नहीं लगी, तो अगर हर वार्ड्स पार्षद अपने वार्ड के सडको के किनारे ये लाईट्स लगवाएँ तो बेतिया इससे काफी आकर्षित दिखेगी।
● सागर पोखरा, उत्तरवारी पोखरा और संत घाट की नदी की देखभाल कर के, अधिक्तर देखा जाता हैं के ये 3नों पोखर/नदी ज्यादातर समय गंदगी से लीन रहती हैं। जबके ये तीनों बेतिया के बहुत ही बड़े धार्मिक स्थल होते हैं। छठ वगैरह के समय में।
● संत कबीर चौक, हरीवाटिका चौक, तीन लालटेन चौक, अर्थात अपने बेतिया के मेजर जगहों पर फव्वारों/लाईट्स/या ऐसी चीज जो देखने में आकर्षित लगे वो लगने चाहिए।
हमारे पूर्व DM श्री अभय कुमार सिंह द्वारा ऐसी चीजे बेतिया में लगाई गयी तो थी, पर कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा तथा सही से देखभाल ना होने के कारण वो गायब हो गयी। फिलहाल अपने नजर पार्क और धर्मशाला में ये सब चीजे उपलब्ध तो हैं पर उनपर भी किसी प्रकार का खास ध्यान नही होता।
● शहर को साफ़ सुंदर हरा तथा आकर्षित बनाने हेतु नगरपालिका को कुछ कठोर नियम बनाने चाहिए।
● मीना बजार, लाल बजार, शोवा बाबु चौक, हरिवाटिका चौक, इत्यादि जैसे जगहों को कुछ चौड़ा करने के लिए नगर पालिका को काम करने चाहिए।
● शहर में ट्रैफिक पुलिस को हर जरूरी जगह लगाकर।
● शहर के आसपास को रोड़ो को 2लेन या 4लेन बनवा कर।
तथा हमारे विधायक और साँसद को मिलकर छावनी ओवरब्रिज बनवाने से भी शहर को सुंदर तथा आकर्षित दिखा सकते हैं।।