बाढ़ के पानी में नौ लापता, महिला की लाश मिली
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण के सिकरहना अनुमंडल के ढाका और पताही प्रखंड में लालबकेया नदी के तटबंध के तीन स्थानों गुआबारी, सपही और फुलवरिया में बांध टूटने के बाद बाढ़ का कहर लोगों पर बरपने लगा है। बाढ़ की विनाशलीला में जहां कई घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं महिला व बच्चों समेत नौ लोगों के लापता होने की बात सामने आई है। हालांकि, जिलाधिकारी ने पांच लोगों के लापता होने की बात कही है।
जिलाधिकारी रमण कुमार ने बताया है कि सभी की खोज चल रही है। एक महिला की लाश ढाका प्रखंड की दोस्तिया गांव में मिली है। महिला इसी गांव के निवासी म. अनवार की पत्नी मेरातून बताई गई है। महिला की लाश मिलने के बाद गांव और परिवार में कोहराम मचा है। ढाका प्रखंड के तेलहारा गांव में रामचंद्र ठाकुर की पत्नी, पुत्र और पुत्री के लापता होने की सूचना है। वहीं महंगुआ गांव में विजय चौधरी की पत्नी और पुत्री लापता हैं। सपही के दाउदनगर से दो बच्चे लापता हैं।
पताही में भी एक बच्चे के लापता होने की सूचना है। सभी सूचनाओं का प्रशासनिक स्तर पर सत्यापन किया जा रहा है। समाचार प्रेषण तक लोगों की खोज चल रही थी। लापता लोगों के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने बताया कि पांच लोगों के लापता होने की सूचना है। सभी की खोज चल रही है।
सिकटा: नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश ने बोर्डर से सटे सिकटा प्रखंड में तबाही ला दी है. प्रखंड का सड़किया टोला गांधीनगर कृष्णानगर धांगड़टोली धर्मपुर पुरैनिया, गांव जलमग्न हो चुका है. वहीं प्रखंड परिसर कालोनी थाना परिसर में तीन से चार फिट पानी बह रहा है.
घोड़ासहन कनेाल के दोनो तटबंध आधा दर्जन से अधिक जगहों पर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. इसकी वजह से बाढ़ की स्थिति और भयावह हो गयी है. सिकटा भिस्वा मुख्य मार्ग बलथर सिकटा भवानीपुर सिकटा भेलवा मार्ग के उपर तीन फिट से ऊपर पानी बह रहा है. वहीं अनुमंडल मुख्यालय और जिला मुख्यालय से भी सड़क संपर्क भंग हो गया है. स्थानीय पीएचसी में भी दो से तीन फिट पानी बह रहा है.
घोड़ासहन कनेाल का दक्षिणी तटबंध धांगड़ टोली के पास ध्वस्त हो चुका है. इधर, कंगली थाना में सदभावका नदी का बांध टूटने से त्रिवेणी नहर में पानी उफान पर है. पानी कठिया मठिया गांव को प्रभावित करने लगा है. प्रखंड के धनकुटवा, लखौरा, बैरगिया, गौरीपुर परसौनी आदि गांव में करताहा नदी का पानी प्रवेश करने से सैकड़ो लोग फंसे हुए है. कंगली थाना के समीप अजगरी नदी का बांध टूटने से भी बाढ़ का पानी गांव में फैलने लगा है.
नरकटियागंज में रेलवे ट्रैक पर पानी आने से सप्तक्रांति समेत कई टे्रेनें रद्द
नरकटियागंज: में रेलवे ट्रैक पर बाढ़ का पानी आने से रविवार की सुबह से गोरखपुर से मुजफ्फरपुर रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन ठप होने से बेतिया, सुगौली, मोतिहारी, बगहा, रामनगर, नरकटियागंज के यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेनों का रूट सिवान के रास्ते चेंज होने के कारण यात्रियों को अपना टिकट कैंसिल कराना पड़ा। बेतिया स्टेशन अधीक्षक विनय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नरकटियागंज जक्शन के रेलवे ट्रैक पर पानी चढ़ने के कारण कंट्रोल ने इस रेलखंड पर सभी गाड़ियों का परिचालन रोक दिया है। लंबी रूट की गाड़ियों का रूट बदल कर परिचालन किया जा रहा है। अधीक्षक ने बताया कि दिल्ली से रक्सौल जाने वाली सत्याग्रह डाउन एक्सपे्रस को हरिनगर से ही वापस गोरखपुर, छपरा के रास्ते रक्सौल भेजी गयी। रक्सौल से दिल्ली जाने वाली सत्याग्रह अप एक्सप्रेस मोतिहारी, छपरा के रास्ते दिल्ली भेजी गयी।देहरादुन एक्सपे्रस, सप्तक्रांति डाउन व अप सुपरफास्ट का भी छपरा के रास्ते परिचालन किया गया। दिल्ली, देहरादून, बांद्रा जाने के लिए गाड़ी पकड़ने पहुंचे सैकड़ों यात्रियों को यात्रा रद्द करनी पड़ी। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि रेलवे को भारी क्षति हुयी है। सैकड़ों यात्रियों ने टिकट वापस कराया है। जिसमें अवध एक्सप्रेस के यात्रियों को 30हजार 700 का टिकट वापस किया गया। वही सप्तक्रांति का लगभग 50 हजार रुपये का टिकट वापस किया गया है। देहरादून एक्सपे्रस का लगभग 6 हजार, सत्याग्रह का 25 हजार रुपया वापस हुए। देर शाम तक टिकट वापस करने के लिए यात्रियों की कतार लगी रही।
बाढ़ में घिरीं कस्तूरबा विद्यालय की 162 छात्राएं
गौनाहा: हड़बोड़ा नदियों में नेपाल से आए पानी के कारण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ से भितिहरवा कस्तूरबा विद्यालय व नरकटियागंज के भसुरारी कस्तूरबा विद्यालय में 162 छात्राएं फंस गयी है। भितिहरवा विद्यालय 7 फुट व भसुरारी विद्यालय 4 फुट पानी से घिर गया है। भसुरारी से बाहर निकलने वाले पथ में 10 फीट से ज्यादा पानी है। दोनों विद्यालय की छात्राएं प्रथम तल्ले पर रह रही हैं। विद्यालय की संभाग पदाधिकारी इंदू त्रिपाठी ने बताया कि छात्राओं को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम के साथ सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ मोतिउर्ररहमान भितिहरवा व भसुरारी के लिए रवाना हो चुके हैं। इसकी जानकारी डीएम समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है। छात्राएं प्रथम तल्ले पर सुरक्षित है। उनके पास खाने- पीने का सामान व गैस का चूल्हा भी है। लड़कियों के परिजनों से भी सम्पर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। श्रीमति त्रिपाठी ने बताया कि रात्री डेढ़ बजे से विद्यालय में पानी घुसना शुरू हुआ। बाढ़ से बचने के लिए 92 छात्राएं आवश्यक सामान लेकर पहले तल्ले पर चली गयीं। छात्राओं के पास पीने के पानी का भी संकट है। इधर, नरकटियागंज प्रखंड के भसुरारी में संध्या 7:30 बजे बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। गांव से बाहर निकलने वाले रास्ते पर 10 फीट से ज्यादा पानी होने के कारण विद्यालय प्रशासन छात्राओं को सुरक्षित बाहर नहीं निकाल पाया। एहतिहात बरतते हुए 70 छात्राओं को विद्यालय के उपरी तल्ले में शिफ्ट कर दिया गया। विद्यालय में लगे हैंड पम्प पानी में डूब गए है। जिससे छात्राओं के पास पीने के पानी का संकट है।