प्लेन में बैठने से पहले किसानों के मन में बहुत सारे सवाल उठने लगे। गुलाब यादव ने कहा कि कही प्लेन के शीशे से नीचे तो नहीं गिरेंगे।
कभी सोचा नहीं था कि प्लेन पर भी चढ़ने का मौका मिलेगा। एक डेयरी फॉर्म ने दिया मौका…
– बगहा के बड़गांव गोपाल जी डेयरी फॉर्म के मालिक जयेश सिंह ने कहा कि सबसे से अधिक दूध देने वाले दस किसानों को चुना गया है।
– यह ऐसे किसान है जो कभी ट्रेन पर नहीं चढ़े थे। ऐसे किसानों को मैंने प्लेन से घुमाने का फैसला किया।
– जब किसानों को इसके बारे में बताया तो पहले तो उनको विश्वास ही नहीं हुआ। फिर मैंने किसानों को बताया कि आपलोगों को प्लेन से घूमने के लिए भेजा जाएगा।
– शनिवार को प्रेम यादव,विनोद पांडेय, रविंद्र यादव, नीरज चौबे समेत दस किसानों को प्लेन से लखनऊ भेजा गया।
– किसानों को वहां पर एक अच्छे होटल में ठहराया गया है। किसानों को बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा और फतेहपुर सिकरी घुमाया गया।
– खर्च के सवाल पर जयेश ने बताया कि किसानों को टूर पर तीन लाख से अधिक रुपए खर्च हुआ है। इन लोगों को घुमाने के लिए मेरे भाई यश सिंह गए हुए हैं।