पश्चिमी विक्षोभ के कारण कैस्पियन सागर की हवा अफगानिस्तान, जम्मू-कश्मीर व उत्तर भारत से होते हुए पश्चिम चंपारण में प्रवेश कर गयी हैं है। जिसके वजह से सप्ताह भर से इतनी बर्फीली ठण्ड चल रही हैं, यहां से हवा राज्य के अन्य जिलों में पहुंच रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक सप्ताह अभी भी ये ठंडी हवा चलेगी। दिन के ठंड में कमी आएगी। लेकिन रात की ठड में और बढ़ोत्तरी होने की आशंका है।
बुधवार को पश्चिम चंपारण में पारा लुढ़क कर 4.5 डिग्री पर पहुंच गया। जिसके बाद बेतिया का मिनिमम पारा 6-8डिग्री के आसपास तक पहुँचा। कल यानि शनिवार को ये पारा फिर से 5डिग्री पर लुढ़क गया था।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण रूस के पास के कैस्पियन सागर से तेज हवा चल रही है। यह हवा कश्मीर पहुंच रही है, यहां पहले से बर्फबारी हो रही है। यहां पहुंचने पर हवा और ठंडी हो जा रही है। यह हवा उत्तर बिहार में पश्चिम चंपारण से प्रवेश कर रही है। हिमालय के करीब होने की वजह से यहां पहले ही उत्तर बिहार के अन्य जिलों की अपेक्षा पश्चिम चंपारण में ठंड अधिक थी। कैस्पियन सागर की बर्फीली हवा यहां ठंड में और बढ़ोत्तरी कर दी है। काठमांडू में इन दिनों न्यूनतम तापमन माइनस दो डिग्री है। वहां 15 किलोमीटर की औसत रफ्तार से हवा चल रही है। पश्चिम चंपारण में हवा की औसत रफ्तार 10 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है।
रात में और ठंड बढ़ने की आशंका
मौसम वैज्ञानिकों ने रात की ठंड में और बढ़ोत्तरी होने की आशंका जताई है। एक सप्ताह से पश्चिम चंपारण में अधिकतम तापमान 12-18 डिग्री रहा।
धूप नहीं निकलने से दिन भी लोग घरों में दुबके रहे। जरूरी काम के लिए ही लोग बाहर निकले। सड़कों पर कम गाड़ियां देखने को मिली। दुकान तो खुले लेकिन दुकानदार अलाव सेकते देखे गए।
लोगों को ठंड से बचाने आगे आई सभापति
बेतिया। जिले में पड़ रही हड्डी कंपा देने वाली ठंड के कारण जहां लोग अपने घरों में दुबके हैं। बेडरूम ही डाइनिंग रूम बन गया है। वही नगर परिषद की सभापति गरिमा देवी सिकारिया मौसम से लग रही है। कड़ाके की ठंड में घूम-घूम कर शहर में नगर परिषद की ओर से जलाए गए अलाव की वह जायजा ले रही है। शनिवार की सुबह हाड़ कंपादेने वाली ठंड में भी वह घर से निकली।
तथा शहर के कई क्षेत्रों में घूम-घूमकर तहकीकात की की नगर परिषद की ओर से व्यवस्था किए गए अलाव शहरवासियों का ठिठुरन मिटाने में कारगर हो रहा है या नहीं। अलार्म के लिए जिन जगहों को चिन्हित किया गया था सभापति तकरीबन सभी जगहों पर पहुंची और देखी कि कहीं ऐसा तो नहीं कि सिर्फ कागज में ही अलाव जल रहा हो।
हर जगह पर जलते अलाव को देखकर वह संतुष्ट दिखी और राहत की सांस ली। फिर श्रीमती सिकारिया अस्पताल के गेट पर पहुंची और अपनी देखरेख में जेसीबी मशीन से नालियों की सफाई करवाई। बता दें कि आम लोगों को ठंड से राहत देने के उद्देश्य नगर परिषद की ओर से शुक्रवार से ही अलाव जलाया जा रहा है। शुक्रवार को बंगाली कॉलोनी, इमली चौक, स्टेशन चौक, समाहरणालय चौक, बसवरिया पीपल चौक आदि इलाकों में अलाव की व्यवस्था की गई थी। वही शनिवार को पुराना बस स्टैंड, सागर पोखरा, तीन लालटेन चौक, पोखरा चौक, गांधी बाजार, मिस्कार टोली, बुलाकी सिंह चौक, काली बाग सहित 15 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। अलाव की व्यवस्था होने पर लोगों ने राहत की सांस ली है और भीषण ठंड से उन्हें कुछ राहत मिली है। सभापति के इस पहल से शहरवासियों के साथ-साथ राहगीरों, यात्रियों को भी काफी राहत मिलता दिख रहा है।
सभापति ने बताया कि अस्पतालों से निकलने वाले कचरों के कारण नालियां जाम हो गई थी। नालियां जाम होने से ठंड में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इससे निजात दिलाने के लिए नालियों की भी सफाई शुरू कर दी गई है।