उन्होंने बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पत्र भेज अतिशीघ्र कार्रवाई करने और स्टील फैक्ट्री पर जांच बैठाने का मांग किया है।
विशाल ने बताया कि फैक्ट्री में अवैध रूप से 2 वर्षों से हरे पेड़ पौधे काटे जा रहे हैं जिसे बेच कर प्रतिवर्ष लाखों रुपयों का भ्रष्टाचार हो रहा है इस संदर्भ में 2 दिन पहले पर्यावरण विभाग में सूचना के अधिकार के तहत विशाल ने पर्यावरण विभाग से मांग किया है क्या स्टील प्लांट में काटे जा रहे पेड़ पौधे के लिए पर्यावरण विभाग से प्लांट ने अनुमति लिया था या नही, वही सुशील कुमार मोदी को लिखे गए पत्र में विशाल ने प्लांट परिसर में मौजूद कर्मचारियों की दुर्दशा एवं पीड़ा लिखा है, प्लांट परिसर में स्थित तालाब में मछली पालन किया जाता है जिससे साल में एक बार 60 से 70 हजार रुपए में मछलियां बेच दी जाती है
जिसका कोई रिकॉर्ड सरकारी कागजों में उपलब्ध नहीं है, प्रबंधन एस के ओझा प्लांट परिसर को अपने निजी संपत्ति समझ कर इस्तेमाल करते हैं जो सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है।
कुमारबाग़ स्टील प्लांट में चल रही हैं भारी भर्ष्टाचार, आजाद मंच के सचिव विशाल कुमार ने उठाया आवाज़
By: Apna Bettiah
On: September 22, 2020
बेतिया: राष्ट्रीय आजाद मंच के संयुक्त सचिव विशाल कुमार मिश्रा ने पश्चिम चंपारण जिले के कुमारबाग स्थित स्टील प्लांट में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
भ्रष्टाचार का सिलसिला यहीं नहीं थमता डिप्टी मैनेजर एस. के. ओझा और एजीएम पी.के सिंह की मिलीभगत से पैसा लेकर कर्मचारियों की हाजिरी बनाई जाती है यदि कोई कर्मचारी 1 दिन ड्यूटी नहीं आता तो उससे उसके बदले में ₹500 लेकर हाजिरी बना दी जाती है इस तरह महीने में लाखों रुपए का खेल होता है जो भ्रष्टाचार मुक्त भारत के सपने को ठेस पहुंचा रहा वही, प्लांट परिसर के अंदर एक R.O प्लांट लगाया गया है जो किसी बाहरी व्यक्ति का है हद तो यह है कि यह निजी आरो प्लांट, स्टील प्लांट के ही बिजली से दौड़ाई जाती है।
जिसका बिजली बिल भी स्टील प्लांट ही देता है,यह सारे अवैध कार्य कर्मचारियों के सामने ही होती है परंतु कर्मचारी इतने भयभीत हैं कि किसी अधिकारी या किसी जनप्रतिनिधि को अपनी समस्याएं नहीं बता सकते.इत्यादि बातें उन्होंने पत्र में लिखा है और अवैध रूप से काटे जा रहे हरे पेड़ पौधों के तस्वीर भी पत्र में संगलन किया है।