कहा कि नप में सफाई संसाधनों की कमी है. इसे दूरने करने का प्रयास किया जायेगा. तब तक सिमित संसाधन से बेहतर कार्य भी किया जा सकता है. वहीं वार्ड संख्या- चार के पार्षद अश्वनी कुमार ने अपने वार्ड में वार्ड संख्या-1,2,3 का पानी का बहाव की बात कही. हल्की बरसात में जल जमाव की समस्या की बात कही. इसके अलावे नगर परिषद के जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे का भी मुद्दा उठाया. इस पर इओ डाॅ विपिन कुमार ने सदन में कहा कि वार्ड पार्षदों को नप की जमीन पर हो रहे
अतिक्रमण को हटाने के लिए सहयोग करना होगा. तभी नप प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के दौरान होने वाली परेशानी दूर हो सकेगी. शहर को अतक्रमणमुक्त बनाया जाया जा सकेगा. वहीं पार्षद दीपेश सिंह ने कई मुद्दों को उठाया. सभापति ने सभी पार्षदों के उठाये गये सवाल पर विचार कर त्वरीत निष्पादन करने की बात कही. वार्ड पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ छोटे सिंह ने सफाई व्यवस्था में छोटे ठेला की व्यवस्था करने की मुद्दा उठाया. पार्षदों के उठाये गये सवालों पर सभापति ने गंभीरता दिखायी.
सदन में सर्वसम्मति से ईद से पहले साफ-सफाई व्यवस्था, बरसात को देखते हुए मुख्य नाले, छोटे-बडे नाले,पुल-पुलियों की सफाई, शहर की दैनिक साफ-सफाई सहित अन्य एजेंडो पर मुहर लगा दिया गया. बैठक का संचालन सिटी मैनेजर मोजिबुल हसन ने की. बैठक में इओ डाॅ विपिन कुमार, उपसभापति मो क्यूम, वार्ड पार्षद मनोज कुमार, जवाहर प्रसाद, इजहार हुसैन, नीरा देवी, मधु देवी, सुनैना देवी, रामाकांत प्रसाद, सुजीत कुमार, जेइ सुजय सुमन सहित आदि मौजूद रहे.
मुख्य नाले व बडे़-छोटे नालों की सफाई सहित तीन प्रस्तावों पर लगी मुहर…
नई नगर सरकार गठन होने के बाद पहली बार हुई बोर्ड की बैठक में वार्ड पार्षद उदासीन देखे गये. बोर्ड की बैठक अभी चल ही रही थी,अधिकांश महिला व अन्य पार्षद सदन की कार्यवाही छोड़कर निकल पड़े. पार्षदों के चले जाने के कारण अधिकांश कुर्सियां खाली दिखी. इसको गंभीरता से लेते हुए सभापति गरिमा सिकारिया ने कहा कि शहर के विकास के लिए पार्षदों को आगे आना होगा. बोर्ड की बैठक में रुचि दिखानी होगी,तभी सरकार की बेहतर विकास की परिकल्पना को सरकार किया जा सकता है.