इससे शव का स्वरूप बदल जाता है। सोमवार को शहर के हरिवाटिका में तालाब से जिस प्रकार युवक का शव बरामद किया गया उसको लेकर लोगों में दहशत है। शहर के उतरवारी पोखरा से ठीक पंद्रह दिन पहले मिले शव का जहां आज तक पता नहीं चल सका, वहीं आईटीआई मुहल्ला निवासी और आईटीआई में काम करनेवाले अंजनी कुमार उर्फ ¨पटू जायसवाल की हत्या के कारण भी स्पष्ट नहीं हो सके। लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर बदमाशों ने उसकी हत्या क्यों व कैसे की? अंजनी दो दिन पहले शनिवार की शाम घर से निकला था, मगर सोमवार को घर से करीब डेढ़-दो किलोमीटर दूर हरिवाटिका चौक के पास स्थित तालाब में उसका शव फेंक मिला। लगातार तालाब व पोखर से शव बरामद किए जाने के बाद लोगों में सनसनी है, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। मृतक की मां वीणा देवी की मानें तो उसके पुत्र की किसी कोई अदावत नहीं थी, फिर न जाने किसने उसके पुत्र का जीवन लील लिया।
पंद्रह दिन पहले उतरवारी पोखर से मिला था अज्ञात युवक का शव
बेतिया : करीब पंद्रह दिन पहले भी नगर के उत्तरवारी पोखरा से एक युवक का शव बरामद किया गया था। शव की अबतक पहचान नहीं हो सकी है। युवक कौन था और कहां से लाकर यहां उसे फेंका गया था अबतक स्पष्ट नहीं हो सका है। इसको लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चा की जा रही है। लोगों का कहना है कि व्यस्ततम इलाके में अवस्थित इन तालाबों में लोग शव लाकर कैसे फेंक दे रहे हैं। वहीं पोखर व तालाब के आसपास रहनेवाले लोग भी कम आश्चर्य में नहीं है। आखिर कभी सभ्यता व संस्कृति का वाहक रहे पोखर तालाबों की किन बदमाशों में की नजर लग गई है, कि आयेदिन तालाबों से शव निकल रहे हैं।
अंजनी के परिजनों के बयान पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। वैसे पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
संजय कुमार झा
एसडीपीओ
बेतिया सदर
स्रोत दैनिक जागरण