कत्ल की वारदातें बता रहीं हैं कि चंपारण की धरती अब निरापद नहीं रह गयी है. त्योहारी सीजन में पुलिसिया हनक जहां गुम सी दिख रही है, वहीं अपराधियों का गिरोह सक्रिय होता दिख रहा है़ रिकार्ड बताते हैं कि सितंबर-अक्तूबर माह में पुलिस की पकड़ क्राइम कंट्रोल से ढीली पड़ी है़ नतीजा इन दोनों महीनों के 37 दिन में हर तीसरे दिन जहां हत्या होने से जिला सहमा, वहीं हर पांचवे दिन चोरों व लुटेरों ने आतंक मचाया.
मामलों पर गौर करें तो पूरे माह पुलिस अपराधियों के पीछे भागती नजर आयी और अपराधी पुलिस को चुनौती देते हुए वारदातों को अंजाम देते रहे़ं खासकर शहर में भी इस माह खासा अपराध बढ़ा़ पुराने अपराधी तो पुलिस की पकड़ से दूर थे ही, लिहाजा इस नाकामी का फायदा उठाते हुए संगठित अपराध व अराजक तत्वों का भी बोलबाला पूरे माह रहा.
लोगों ने किया था हंगामा
पुलिस इन तत्वों को शांत करने में ही व्यस्त रही नतीजा लूट की वारदातें बढ़ गयी. पुलिस की नाकामी ही थी कि बेखौफ लुटेरों ने सिरिसिया में दिनदहाड़े बस रोक कर सीमेंट व्यवसायी के कर्मी से चार लाख रुपये लूट लिये. वारदातें यहीं नहीं थमी. हत्या के 13 मामले आये. जिसमें प्रापर्टी डीलर भुटाई राम की हत्या के बाद आक्रोशित लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोल भी दागने पड़े. वहीं कालीबाग के मोहम्मद शमसाद की हत्या के बाद भी बवाल का सामना पुलिस को करना पड़ा.
शहर में हर तीसरे दिन एक हत्या
सितंबर और अक्तूबर माह के इन 37 दिनों में हत्या के कुल 13 मामले सामने आये. इसमें कुल मामले ऐसे हैं, जिसमें लोगों का आक्रोश भी दिखा. मामलों पर गौर करते तो एक सितंबर को लौरिया में सलोनी देवी को जिंदा जला दिया गया. अगले ही दिन दो सितंबर को मझौलिया के जौकटिया में अब्दुल फारूख की हत्या, इसी दिन नवलपुर के रेयाज अंसारी की हत्या, 09 सितंबर को बेतिया शहर के आभूषण कारीगर विनय सोनी की हत्या, 15 सितंबर को प्रापर्टी डीलर भुटाई राम की हत्या,
गौनाहा में मुखलाल मांझी की हत्या, 19 सितंबर को योगापट्टी में गुलशन राम की हत्या कर दी गई. कत्ल की वारदातें यहीं नहीं थमी 21 सितंबर को साठी में सुकेश शर्मा की हत्या, 29 सितंबर को नरकटियागंज में आभूषण व्यवसायी अर्जुन सोनी की हत्या, दो अक्तूबर को अपहृत मुन्ना यादव की नवलपुर में हत्या, इसी दिन मझौलिया रतनमाला में उमरावती देवी की हत्या, तीन अक्तूबर को कालीबाग में मोहम्मद शमसाद का मर्डर व 05 अक्तूबर को भैरोगंज मदरहनी में श्रीउराव की हत्या कर दी गई.
अपहरण व रेप के मामले बढ़े
37 दिनों में छात्राओं के अपहरण व रेप के मामले भी सामने आये. 24 सितंबर को मुफस्सिल थाना में छात्रा से छेड़खानी के विरोध पर पिता को चाकू मार दिया गया. दो अक्तूबर को मझौलिया में दंपती पर तेजाब फेंकने की वारदात हुई. 04 को मुफस्सिल में छात्रा को अगवा कर गैंगरेप किया गया. दो दिन बाद ही बेतिया से किशोरी को अगवा कर रेल कर्मी के क्वार्टर में गैंगरेप का मामला आया. अब शहर से एक और छात्रा के अपहरण का मामला सामने आया है.
मामलों को हल्के में ले रही पुलिस
जिले में बढ़ी वारदातों के पीछे पुलिसिया सुस्ती की बात सामने आ रही है. जानकारों की माने तो नवलपुर में अपहृत मुन्ना यादव के मामले में पुलिस सुस्त रही. नतीजा उसकी हत्या हो गई. इतना ही नहीं नरकटियागंज कोर्ट के समीप शराब बिकने की जज द्वारा की गई शिकायत को भी पुलिस ने हल्के में ले रखा है. इस मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं हुई. नौतन में बाहरी व्यक्ति को छापेमारी टीम में शामिल करने के मामले में भी कार्रवाई नहीं हुई…
सभार- प्रभात खबर