एकलौते बेटे की हत्या के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक वारदात मनुआपुल थाना के छावनी रेलवे फाटक के पास हुआ. हैरत की बात यह रही कि घटना के एक घंटे बाद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. घटना के बाद इलाके में भय का माहौल बना हुआ है. वहीं, दूसरी ओर इस घटना को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश बना है. पुलिस ने एहतियातन पुलिस बल की तैनाती कर दी है.
खास बात ये हैं कि हमेशा जाम के लिए प्रसिद्ध बेतिया छावनी गुमटी पर रेलगाड़ी आने के समय मे ढाला बन्द था, और हमेशा की तरह ही वहाँ जाम लगा था। सूत्रों के मुताबिक झुंड में आये सारे हमलावर नाबालिक ही थे जिनमें युवक 13 से लेकर 20वर्ष तक के थे।
हालांकि, अभी हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है, लेकिन पिता ने केस में रंगदारी का मामला दर्ज कराया है. वहीं, पुलिस की ओर से मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है. घटना की सूचना पर पश्चिम चंपारण के सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिये.
मुफस्सिल थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार ने बताया कि मृतक विशाल बगहा अनुमंडल के भैरोगंज थाने के बरवा का रहने वाला था. यहां शहर के उतरवारी पोखरा मोहल्ले में किराये पर मकान लेकर अपनी बहन के साथ रहकर पढ़ाई करता था. गुरुवार की रात विशाल को किसी ने फोन कर छावनी बुलाया. उनका कहना है कि जब विशाल छावनी पहुंचा, तो छात्रों की एक टोली ने उसे घेर कर चाकू से गोद दिया. पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुट गयी है. मामले में चार युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मृतक के पिता वीरेंद्र सिंह ने 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
छावनी जाम में एक सोलह साल की बच्चे को कुछ युवक छुरी घोंप रहे थे और मौजूदा वारदात पर मौजूद मूरत बन देख रही थी। भीड़ में आएं हमलावारों ने छुरा घोंप कर आराम से वहाँ चले गए।
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ख़ैर..ये बात गले से उतर नहीं रही के आजकल के बच्चों में इतनी हैवानियत इतनी नफरत और इतनी दरिंदगी आई कहाँ से, रही बात तो वर्तमान बेतिया प्रशासन शहर में आपराधिक मामलों में अंकुश लगाने में पूर्व से ही विफल हैं। फिर भी आशा हैं कि मासूम के हत्यारें जल्द ही गिरफ्त में होंगे। और स्थानीय प्रशासन हत्यारों को कठिन सजा दिलाएंगे।