बीते दो मार्च को इमली चौक से अपने घर आने के क्रम में 50 वर्षीय रुस्तम को कुछ मनचलों ने लाठी-डंडों से मारकर घायल कर दिया। दरअसल वह उन मनचलों का विरोध कर रहे थे, जिन्होंने उनके बेटी के साथ छेड़खानी की थी। इस बाबत रुस्तम के पुत्र दिलशाद अंसारी नगर थाने में एक आवेदन दिया है।
आवेदन में दिलशाद ने बताया है कि इमली चौक से बसवरिया स्थित घर आने के क्रम में खुर्शीद मियां के घर के सामने शेख सैनुउल्लाह सहित उनके दो बेटों साकिर हुसैन उर्फ जॉनी, नाजिर हुसैन उर्फ जुगनू के अलावा शेख मुजम्मिल हुसैन और इमरान अली ने लाठी-डंडों से मारकर घायल कर दिया। बीच बचाव करने जब वह खुद पहुंचा तो उसे भी उन लोगों ने मारकर घायल कर दिया।
घायल स्थिति में उसके पिता को नगर स्थित एमजेके अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां इलाज चला लेकिन चोट अधिक होने के कारण सांस लेने में कठिनाई हो रही थी और आखिरकार उनकी मौत हो गई।
इधर, मृतक के परिजनों ने इलाज के दौरान कोताही बरतने का आरोप लगाया है। हालांकि, लोगों ने समझा बुझाकर उन्हें शांत कराया और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान ने बताया कि मामले में मृतक के पुत्र के बयान पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।