हाल में ही आईटीआई के डोलबाग़ में बसे अतिक्रमणकारियों के घरों पर प्रशासन का बुल्डोजर चला हैं, तबसे कुछ लोगों(जिसमें 1 मैं भी था) के अब प्रशासन उस ज़मीन पर क्या करेगी??तो उसका अब जवाब मिल गया, प्रशासन उस जमीन को खाली करा
बेतिया: बेतिया राज के जमाने से डोलबाग के नाम से जाने वाले भू-भाग की सूरत अब संवरेगी.
इसे अब पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. यह सब ईको टूरिज्म के तर्ज पर होगा. जिलाधिकारी डा़ निलेश रामचंद्र देवरे ने बताया कि पटना के बुद्धा पार्क के तर्ज पर इसे विकसित किया जाएगा. करीब 22 एकड़ में फैले डोलबाग में ओरनामेंटल पेड़ लगाए जाएंगे व यहां आने वाले पर्यटकों के लिए पार्क में घुमने के लिए फुट पाथ का भी निर्माण कराया जाएगा.
डीएम ने बताया कि डोलबाग के विकास के लिए वन विभाग को प्रस्ताव भेजा है. अब डोलबाग वन विभाग के अधीन होगा. सब कुछ ठीकठाक रहा, तो दो -तीन माह में इस पर काम शुरू हो जाएगा.
जिलाधिकारी डा़ देवरे ने बताया कि डोलबाग की घेराबंदी करने के साथ-साथ इसमें घुमने वालों के लिए पैदल पथ का भी निर्माण कराया जाएगा. इस परिसर को भरपूर ढ़ंग से प्रा़तिक तौर पर सजाया एवं संवारा जाएगा. जिलाधिकारी के प्रस्ताव भेजने के बाद वन विभाग ने भी इस दिशा में पहल शुरु कर दी है. कुल मिलाकर यह जगह शहरवासियों एवं बाहर से आने वालों के लिए दर्शनीय स्थल हो जाएगी.
जिलाधिकारी ने कहा कि देश भर में प्रसिद्ध ऐतिहासिक कालीबाग मंदिर को विकसित करने की दिशा में भी पहल की जाएगी. इस मंदिर को उस स्वरूप को प्रदान करने पर पहल की जाएगी, जो पूर्व में था.
मंदिर परिसर के बाहर खाली पड़ी भूमि की चहारदिवारी कराने पर भी जोर दिया जाएगा.
”साथ ही प्रशासन ने सुचना दी के मुख्यमंत्री के आने के वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्य अभी रोक दिया गया हैं, मुख्यमंत्री के जाने के बाद 8दिसबंर से फिर से शहर के बज़ार, रोड़, इत्यादि जगहों से अतिक्रमण हटाई जाएगी।
प्रशासन ने साफ़ कर दिया हैं के किसी भी कारणवस अतिक्रमण बर्दास्त नहीं की जाएगीं। रोड़ के जमीन या राज के जमीन में आने वाली सारे घरों को तोड़ा जाएगा”