नगर परिषद में सामानों की खरीद में की गई गड़बड़ी
नगर परिषद के द्वारा सामानों की खरीद में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी करने का आरोप है। इस बावत कुछ वार्ड पार्षदों ने राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को एक पत्र भेजा है। जिसमें इसका खुलासा किया गया है। आरोप है कि छह सौ की दर से पचास हजार डस्टबीन की खरीद की गई है। जिसकी राशि तीन करोड़ है। जबकि मात्र एक करोड़ की राशि में डस्टबीन खरीदी जा सकती थी। पोल सहित एलईडी लाइट 26900 की दर से खरीद की गई है। इसकी बारह सौ पीस खरीद की गई है। यह खरीद करीब तीन करोड़ 23 लाख में की जा रही है। जबकि बाजार मूल्य से 15 हजार रुपया की दर से इसे खरीदा जा सकता है। जिसकी कीमत मात्र एक करोड़ अस्सी लाख होगी। इसी प्रकार हाई मास्ट लाइट में पांच लाख रुपया की दर से 20 पीस खरीद की गई है। जिसकी राशि एक करोड़ हो रही है।
जबकि इसे ढ़ाई लाख रुपया में खरीदा जा सकता था। आरोप है कि खरीद तीन से चार करोड़ में हो सकती थी। जबकि आठ से नौ करोड़ में खरीद कर जनता के पैसो की भारी लूट खसोट की गई है।
आरोप है कि पूर्व के सभापति अनीस अख्तर अन्यान्य में अपने घर पर सभा पुस्तिका मंगा कर खरीद का प्रस्ताव मनमाने ढंग से लिखवा लिया। वार्ड पार्षद कुमारी शीला समेत अन्य पार्षदों ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
आरोप राजनीति से प्रेरित है। सभी आरोप बेबुनियाद व निराधार है। सामानों की खरीद क्रय समिति बनाकर की गई है। एलइडी की खरीद पूरे बिहार में कम दर पर यही पर की गई है।
—अनीस अख्तर
पूर्व नप सभापति
नगर परिषद बेतिया
नगर परिषद के द्वारा सामानों की खरीद क्रय समिति बनाकर की गई है। साथ ही इसमें बाहर के भी पदाधिकारी शामिल रहे। वहीं, प्रस्ताव भी पारित है। इसमें कही से भी कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
—डा. विपिन कुमार
कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद, बेतिया