मौका, चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के समापन का है। बापू ने 10 अप्रैल 1917 को चंपारण सत्याग्रह का शुभारंभ किया था।
आपको बता दें कि देशभर के करीब 20 हजार स्वच्छाग्रही इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए चंपारण पहुंच रहे हैं. इससे पहले भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोगों को अंदर भेजा जा रहा था।
- प्रधानमंत्री ने स्वच्छाग्रहियों को सम्मानित किया।
- प्रधानमंत्री ने मोतिहारी व सुगौली में दो पेट्रोलियम परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
- प्रधानमंत्री ने दो सड़क योजनाओं का उद्घाटन किया।
- प्रधानमंत्री ने रिमोट से स्वच्छाग्रही ई-बुक का लोकार्पण किया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने हमसफर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई साथ ही रेलवे की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया।
कहें- गांधी जी ने सत्याग्रह के साथ स्वच्छता के लिए भी प्रेरित किया. उन्होंने शिक्षा पर भी जोर दिया. आजादी के बाद इसपर ठीक से अमल नहीं हुआ. गांधीजी के बाद स्वच्छता को अगी किसी ने ठीक से उठाया तो वे लोहिया थे. हमें स्वच्छता के लिए समर्पित होना पढ़ेगा. हमने बिहार में इसके लिए विशेष अभियान चलाया है. इसके अलावा हर घर नाली व स्वच्छ पेयजल को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है. स्वच्छता को लेकर अभियान से ही प्रगति होगी. बिहार के स्कूलों में गांधी के विचारों से नई पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा. स्कूलों में उनकी कथाएं पढ़ाई जाएंगी. अगर नई पीढ़ी का 10 फीसद भी गांधी के विचारों को अपना ले तो समाज व देश बदल जाएगा.
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने संबोधित किया
कहा… अफ्रीका के बाद गांधी जी का सफल सत्याग्रह चंपारण में सफल रहा. इस सत्याग्रह ने देश को दिशा दी. यहां उन्होंने स्वच्छता व सत्याग्रह का सबक दिया. गांधी जी के दो अस्त्र थे- सत्याग्रह व स्वच्छता. जैसे गांधी के नाम से सत्याग्रह जुड़ा है, वैसे ही नरेंद्र मोदी के नाम से स्वच्छता जुड़ जाएगा. रामविलास पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास नीति है. उनकी नीयत भी साफ है.
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री ने रिमोट से विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन किया।
मोतिहारी में मोती झील के सौदर्यीकरण।
बेतिया में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति तथा नवामी गंगे परियोजना का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया।
चंपारण सत्याग्रह व स्वच्छता आंदोलन से संबंधित लघु फिल्म दिखाई गई।