वाल्मीकि नगर के सारे गेस्ट हाउस व रिसॉर्ट बुक हो रहे हैं।।यहा के प्राकृतिक नज़ारे आपका मन मोह लेंगे। पहाड़ो एवं जंगलो से घिरा यह जगह अपनी खुबशुरती के साथ इतिहास भी समेटे हुआ है एवं पास में बहती नदी जो भारत-नेपाल सीमा को बाँटती है।
2.सरैया मन-यह स्थान बेतिया से लगभग 7 किमी० की दुरी पर है। पिकनिक पर यहाँ आने का मज़ा ही कुछ और है।सैकड़ो लोग यहाँ परिवार सहित पिकनिक का लुत्फ़ उठाते है। चारो तरफ से पेड़ से ढका झील का नज़ारा देखने योग्य है।
3.नंदन गढ़(लौरिया)-नंदन गढ़ के नाम से प्रसिद्ध ये टिला बेतीया से 25 kmदूर है। कहा जाता है ये किसी राजा का महल हुवा करता था जो की आज इस हालत में है ऊंचाई से चढ़कर चारो और अदभुत नज़ारा देखना अत्यंत खुब्सुरत है।
4.मछली लोक-बेतिया से 6 km की दूरी पे स्थित मछली लोक, जैसा की इसके नाम से ही लगता है मछली की जगह जी हां ये मछ्ली के वजह से ही प्रसिद्ध है पहले यहाँ अनेक प्रकार की मछलिया पाली जाती है अब भी पाली जाती है
चारो ओर छोटे छोटे पोखरे 1st jan को तो भरा होता है यह जगह।
5.चानकीगढ़-पिकनिक को आने के लिए एक और खुबसूरत जगह है यह जगह बेतिया से करीब 45 किमी० की दूसरी पर स्थित है और नरकटियागंज से 10 किमी० की दुरी पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है की यहाँ विश्वप्रशिद्ध अर्थशास्त्री चाणक्य का टीला था जो अब ध्वस्त हो चूका है। पिकनिक या टूर के लिए यह लोगो का पसंदीदा जगहों में से एक है।
6.भिखनाठोरी-पर्यटकों में चंपारण में सबका सबसे ज्यादा पसंदीदा स्थल।ये बेतिया से लगभग 55km दूर नेपाल इंडिया बोर्डर के पास है।नदी पहाड़ जहा हो वो जगह सबको लुभाती है।
7.नजरबाग पार्क: बेेतिया के बीचोबीच स्तिथ ये पार्क बच्चों को आकर्षित करते रहता हैं। वर्ष के पहले दिन बच्चो के जामवाड़े से पार्क सुबह से शाम तक गुलजार रहता है। इसके अंदर परिक्षेत्र का झूला हो या फिर परिसर का फूल-पतियां बच्चों को आनंदित कर देते हैं। यही कारण है कि बच्चे एवं उनके परिजन यहां पहुंच कर नए वर्ष के पहले दिन अपना कुछ क्षण यहां पर गुजारा करते हैं।
8.चनमन गार्डेन: बेतिया के मनुआपुल स्थित चनमन गार्डेन एक अच्छा विकल्प हैं, यहाँ उपस्थित मूर्तियों लोगो को आकर्षित करती हैं। और हर साल सैकड़ो लोग यहाँ पर भी पिकनिक मनाने पहुँचते हैं।
9. त्रिवेणी नदी: यह बगहा-दो ब्लॉक के तहत जिले के उत्तर-पश्चिमी भाग में है और के बारे में पाँच मील की दूरी वाल्मीकि नगर बांध के ऊपर स्थित। यह जगह भारत-नेपाल सीमा पर है, इस संगम में से एक बैंक नेपाल के त्रिवेणी गांव को छू लेती है, जबकि एक अन्य बैंक ऑफ इंडिया भैसनलोटन गांव में फैली हुई है। पवित्र पुस्तक “श्रीमद भागवत” का वर्णन करता है कि गज (हाथी) और गृह (मगरमच्छ) के बीच हजार साल लड़ाई इस जगह शुरू किया गया था। फिर भगवान विष्णु प्रकट हुए और हाथी की रक्षा की। और एक ये अच्छी विकल्प हैं बेतियावासियो के पिकनिक के लिए।
10.रेस्टोरेंट: बेतिया में ही आप रेस्टुरेंट में घूम कर नए साल का लुफ्त उठा सकते हैं।
अब अगर आप जानना चाहेंगे कि सबसे बढ़िया कौन सा विकल्प हैं लेखक के अनुसार तो, “भईया..आराम से ई ठंडा पल्ला के दिन में घरहे ही, मुर्गा लाई बुझह और खा के कम्बल तान से सुतल रहह, इस पोस्ट का लेखक भी यही करने वाला हैं।“
ख़ैर बात जो भी हो, आप समस्त बेतिया तथा चम्पारणवासियो को नया साल का हार्दिक शुभकामनाएं, ऊपरवाला आप सभी को नए साल में सेहतमंद रहे, पैसों की बारिश करवाएं, और आप सभी को खुश रहे।