कृषि समन्वयक सत्यवीर पांडेय का पुत्र आयुष अब सेना में फ्लाइंग स्कवायड बनकर उड़ान भरता नजर आएगा। अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत सेना के ऊंचे ओहदे के काबिल हुए आयुष ने कई मुश्किलों का सामना किया है, लेकिन कुछ कर गुजरने के जज्बे ने आज पूरे शहर को खुशी से झूमने का अवसर जरूर दे दिया है। उसके घर में खुशी की माहौल है।
वहीं जिले के लोग भी गौरव महसूस कर रहे हैं। जिले के चनपटिया प्रखंड स्थित तिरहुतिया टोला निवासी कृषि समन्वयक सत्यवीर पांडेय का पुत्र आयुष कुमार पांडेय का पारिवारिक स्टेट्स हमेशा सुर्खियों में रहा है। उसके दादा जगदीश नारायण पांडेय करीब 27 वर्षों तक प्रखंड प्रमुख के पद की सुशोभित करते रहे। बड़े पापा धर्मवीर पांडेय कृषि विभाग के सहायक उप निदेशक के पद पर भी रहे। आयुष की प्राथमिक शिक्षा राजस्थान के रामगंज मंडल कोटा में हुई। चौथी क्लास से 8वीं क्लास तक की शिक्षा खैरटिया डीपीएस स्कूल से पूरा किया।
बचपन से पढ़ने में मेधावी होने के चलते उसका चयन नौवीं क्लास में सैनिक स्कूल गोपालगंज के हथुआ में हुआ। इसी दौरान वह एनडीए की परीक्षा में शामिल हुआ। इस परीक्षा में भी उसका लग्न व परिश्रम को भाग्य ने साथ दिया और वह उत्तीर्ण हो गया। 23 जून 2015 को पूणे के खडगवासला स्थित नेशनल डिफेन्स एकेडमी में प्रशिक्षण के लिए चला गया। तीन वर्षों तक कड़ी मेहनत से प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। वह बताता है कि दादा जगदीश नारायण पांडेय, दादी स्व. चैनपति देवी, नाना वीरेंद्र पांडेय, बड़े पापा धर्मवीर पांडेय, चाचा त्रिभुवन पांडेय, त्रिलोचन पांडेय, यशवीर पांडेय, भाई प्रिंस पांडेय, सोनप्रभा पांडेय, बहन श्रेया पांडेय के साथ-साथ पिता सत्यवीर पांडेय मां निशा पांडेय का हमेशा प्रोत्साहन मिलता रहा। इसी के बदौलत उसने यह मुकाम हासिल किया है।