छावनी: ओवरब्रिज पे जो सालो से गन्दी राजनीति चल रही हैं।
उसके वजह से ना जाने कितनो की जाने जाएंगी..आज दोपहर में एक छोटे से बच्चे की जान फिर इसी गन्दी राजनिति में फंसे ओवरब्रिज के वजह से गयी, जहाँ तक हमें खबर मिली
एक छोटा लड़का जो शायद कोचिंग के लिए, कमलनाथ नगर जा रहा था।
वो राजनीतिक ओवरब्रिज में फंस आज जान से हाथ धो बैठा।
जानकारी के मुताबिक, वो लड़का छावनी जाम में फँसा था और पीछे से धीरे आ रही एक ट्रक उसकी साइकिल के हैंडल पर चढ़ गयी, सड़क में गढ़े होने कारण वो बच्चा वहीं गिर गया जिसके वजह से ट्रक का पहिया उसके सर से गुजर गयी।
छावनी रोड की हालत वैसे भी खराब हैं उपर से कुछ लोग रोड के किनारे अपने अपने दुकान सजा के बैठ गये हैं, जहाँ से पैदल जाना भी मुश्किल हैं उस जगह पर लोग व्यसाय फैला रहे हैं रोड पर, जिसपर ना प्रशासन कुछ करती हैं.. और हमारे प्रियतम संजय जैसवाल की बात ही निराली हैं।
बता दे साल के शुरुआत में भी एक नवजात बच्चे की जान चली गयी थी छावनी जाम के कारण..मतलब कोई इतना निक्कमा नहीं हो सकता जितने के मेरे नजर में अपने शहर के सांसद और विधायक हैं। दोनों एकदुसरे पर इल्जाम लगाते हैं, कुछ दिनों तक बेतियावासियों को उलझाते हैं और हम तो ठहरे सीधे साधे शहरवासी दोनों नेताओ के भंवर में पिस के रह गये हैं, ना छावनी ओवरब्रिज बनने दे रहे अपने नेता, ना वहाँ का अतिक्रमण कम कर रहे, ना सड़क पर के गड्ढे भर रहे ना ही कोई बढ़िया सा इंतेजाम कर रहे।
खैर ये बात तो अपने विधायक और सांसद जी को जरूरी तो नहीं लगेगी और अगर इसपर कुछ बोले भी फिर पहले के ही तरह एक दुसरे पर इल्जाम लगाएंगे और कुछ वादा करेंगे और भी भूल जाएंगे,
खैर एक बच्चे की जान गयी ये तो हम बेतियावाले भी कुछ दिन में भूल ही जाएँगे, आदत जो हैं।।
(पूरी जानकारी मिलते ही हम इसे विस्तार से लिखेंगे)