बेतिया। नोटबंदी लागू होने के बाद से देश में इन दिनों कैशलेस पेमेंट की चर्चा बड़े जोर-शोर से चल रही है, जहां कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो वही कुछ लोग इसके विरोध में भी नारा बुलंद कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि छोटे-छोटे कस्बों में कैशलेस पेमेंट की व्यवस्था करना आसान नहीं है, क्योंकि वहां के लोग पिछड़े हैं उन्हें इतनी जानकारी नहीं है। लेकिन, जिला मुख्यालय भी इन दिनों कैशलेस पेमेंट की राह पर चल पड़ा है। कई लोग अपनी-अपनी दुकानों में कैशलेस पेमेंट का बोर्ड लगा रखे हैं। और तो और बेतिया में सबका पसंदीदा चाट भी अब कैशलेस पेमेंट कर खाया जा सकता है।
जी हां, बेतिया भी इन दिनों हाईटेक हो रहा है। नगर के कालीबाग में ठेले पर लगनेवाले चाट की दुकान पर आप चाट, गोलगप्पे या पापड़ी खा सकते हैं और हां इसके लिए आपको कैश देने की जरुरत नहीं है। आप यहां पेटीएम या फ्रीचार्ज का उपयोग कर पैसे दे सकते हैं। आर्या चाट स्टॉल के संचालक वेदप्रकाश ने बताया कि कैशलेस व्यवस्था बहुत अच्छी है। सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें लेन-देन का झंझट नहीं है, इसलिए उन्होंने फ्रीचार्ज और पेटीएम का बोर्ड लगा रखा है। वहीं इनके सहयोगी सूर्यप्रकाश ने बताया कि यहां शाम के समय चाट खाने वाले लड़के और लड़कियों की भारी भीड़ लगी रहती है,जब से पेटीएम का बोर्ड लगाया है तब से काफी लोग इसका इस्तेमाल करके पैसे दे रहे हैं लिहाजा इसका इस्तेमाल फायदेमंद है।
हाईटेक होते बेतिया की यह तो एक छोटी सी तस्वीर है लेकिन इसका संदेश बड़ा है। इतना ही नहीं बेतिया में कई दुकानदारों ने पेटीएम का बोर्ड लगा कर कैशलेस होते बेतिया की तस्वीर की झलक पेश की है। इस क्रम में धनराज प्रेस के संचालक रवि कुमार ने बताया कि वे भी कैशलेस व्यवस्था को अपना कर इस कड़ी में शामिल हुए है। वहीं बेतिया के एक छोर पर छोटे से इलाके संतघाट में मिल्की वे कम्प्यूटर के संजय कुमार ने भी कैशलेस पेमेंट लेने की व्यवस्था कर ली है।उन्होंने बताया कि कई लोग इसका इस्तेमाल कर पैसे देना ज्यादा पसंद कर रहे हैं,क्योंकि इसका इस्तेमाल बहुत आसान है। बेतिया भले ही एक छोटी सी जगह हो, लेकिन कई दुकानदारों के पेटीएम और फ्रीचार्ज जैसे ऐप के इस्तेमाल से कैशलेस होते इंडिया की बड़ी तस्वीर यहां देखने को मिल रही है।
कैशलेस इंडिया मुहीम के तहत बेतिया के इस चाट स्टाल वाले और इनलोगों ने दी अपनी योगदान।।
By Md Ali
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