श्री चौबे ने ये भी कहा कि कॉन्ट्रेक्टर कंपनी TRG, और क्लाइंट Ircon साथ मिल के तेज़ी से काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि 60 प्रतिशत काम हो चुका हैं और बाकी का 40 प्रतिशत काम 2018 तक पुरा हो जाएगा। श्री चौबे ने ये भी बताया कि पुल की लंबाई 900 मीटर है जिसमे 25 मीटर की दूरी पर एक स्तम्भ(पाया) दिया गया है।
उन्होंने ये भी बताया कि पुल की लागत 125 करोड़ है।
गौरतलब ये है कि नरकटियागंज एक बड़ा जंक्शन है जिसके वजह से ट्रेनों का आगमन प्रस्थान होते रहता है ऐसे में रेलवे फाटक दिन में अधिकांश बंद रहता है जिससे हज़ारो लोगो को परेशानी होती है और सैकडो गाड़िया जाम में फस जाती है। नरकरियागंज एक अंतरराष्ट्रीय बाजार है जिससे थरहुत और नेपाल के लोग भी आते है। ओवर ब्रिज बन जाने से लोगो को बहुत राहत होगी और जाम भी नही लगेंगे।
ये पश्चिमी चंपारण का दूसरा ओवरब्रीज हैं।
प्रोजेक्ट का नाम liu lc 22 rob नरकरियागंज हैं। प्रॉजेक्ट मैनेजर V. Rammna सर हैं।12 अप्रैल 2016 से पुल का निर्माण हो रहा है हमारी कंपनी TRG और क्लाइंट Ircon साथ मिल के काम जल्दी खत्म करने की कोशिश कर रहे है। 60 प्रतिशत काम हो चुका है बाकी का 2018 तक पूरा हो जाएगा। रेंफोर्समेंट एअर्थ वाल (R.E) का भी काम शुरू हो चुका है। पुल की लंबाई 900 मीटर है पुल की मजबूती के लिए हमने 25 मीटर की दूरी पे पाया(pier) दिया है। पुल की कुल लागत 125 करोड़ है।” —विवेक चौबेइन्चार्ज साइट इंजीनियर
नरकटियायागंजपश्चिमी चंपारण (बिहार)