कोई सरकारी अधिकारी रहना नही चाहता इस कॉलोनी में।
ऐसे खंडहर जैसे बिल्डिंग में कोई रहना नहीं चाहता। 20 साल पहले इस बिल्डिंग का निर्माण हुआ होगा लेकिन देखने मे 50 साल पुरानी डरावनी और भयानक लगती है। आस पास इतनी गंदगी, झाड़ और पेड़ पौधे है कि देखते डर लगता है। बिल्डिंग की ऐसी हालत देख के अधिकारी किराये के मकान में रहना पसंद करते है।
जानवरों का अड्डा बन के रह गया है कॉलोनी।
कॉलोनी में इतनी गंदगी है कि आप अपने नाक पे हाथ रख लेंगे। ऐसे में जानवरों का अड्डा बना हुआ है यहां। लाखो की लागत से बनी बिल्डिंग में आज जानवर आराम से सो रहे है।ये नजारा जंगल से कम नहीं है।
गौरतलब ये है कि हमारे बेतिया में सरकारी काम और सरकारी क्वार्टर भी भगवान भरोसे है। बेतिया में सरकारी जमीन की कमी नही हैं लेकिन उसका दुरूपयोग बहुत हो रहा हैं। दुख इस बात का है कि लाखो की लागत से बनी दर्जन भर बिल्डिंग खंडहर बन गई है।