बेतिया: अब वो दिन दूर नहीं जब शहर की हर छोटी बड़ी घटनाओं पर प्रशासन की पैनी नज़र रहेगी। शहर में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए शहर के मुख्य चौक-चौराहों, बाज़ारों, इत्यादि जगहों पर सीसीटीवी लगेगा।
इसका प्रस्ताव मंगलवार को हुई बैठक में पारित किया गया,..बेतिया सभापति गरिमा देवी सिकरिया ने इसपर बोर्ड से विचार का अनुरोध किया। उन्हीनें कहा के सीसीटीवी लगने से शहर के सुरक्षा व्यस्था को इससे मदद मिलेगा। इसके साथ ही सीसीटीवी लगने से बेतिया में घटित घटनाओं के साथ ही बाज़ारों चौकों पर मनमानी करने वाले असमाजिक तत्वों तथा छेड़खानी करने वाले उच्चकों पर नजर रखने में आसानी होगी।
बैठक में शामिल सिटी मैनेजर मोजिबुल हसन ने सदस्यों से इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से विचार करने की अपील की। साथ ही वहाँ मौजूद पार्षदो तथा कर्मचारियों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया। अब अगली बैठक में जरूरी जगहों का पहचान कर शहर में सीसीटीवी लगाने के लिए कार्य जल्द ही शुरू होगी,..
साँसद संजय जयसवाल ने कहा हैं कि शहर के विकाश के लिए राशि की कोई कमी नहीं हैं। मिशन अमृत योजना के तहत कार्य करायें जाएंगे। इसके लिए शहर के लोगो से भी राय ली जाएगी के शहर को कैसे विकसित कर सकते हैं। साँसद जी ने कहा कि किसी भी अधिकारों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते हैं, फिर भी अपना बेतिया सुंदर, स्वच्छ व स्मार्ट हो, इसके लिए सभी वार्ड पार्षदो को अपने नियत व नियति में सुधार लाना होगा। तभी शहर का विकाश सम्भव हैं।
वहीं सभापति गरिमा जी ने कहा कि विकाश के लिए किसी चीज से समझौता नहीं किया जा सकता, अपना बेतिया अपना शहर सुंदर व स्वच्छ दिखे इसके लिए वो सभी को जतन करनी होगी। साथ ही गरिमा सिकारिया ने कहा के बेतिया को सुन्दर और स्मार्ट शहर बनाने में कोई भी कसर नहीं छोडूंगी,
बता दे के बेतिया अमृत योजना में चयनित हैं, जिसके अवज में बेतिया में शुद्ध जलापूर्ति योजना के तहत सभी वार्डों में पाइप लाईन जाल बिछा दिया गया हैं, अब दूसरे ड्रेनेज के लिए भी राशि केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत कर ली गयी हैं। अब अगर स्टेट लेबर टेकनिसियन कमिटी ने डीपीआर की मंजूरी दें दी तो जल्द ही मुख्य नाला अंडर ग्राउंड पाइप लाइन से जुड़ जाएगा
अतिक्रमण पर प्रशासन का चला बुलडोजर
शहर की सड़कें अब संकरी नहीं रहेंगी और न ही जाम के झाम से आम आवाम को रू-ब-रू होना पड़ेगा। डीएम डा. निलेश रामचंद्र देवरे के निर्देश पर बुधवार को नप प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया। अतिक्रमणकारियों पर प्रशासन का बुलडोजर चला और देखते ही देखते भगदड़ मच गई। सड़क पर दुकान लगा अस्थाई रूप से अतिक्रमण करने वाले प्रशासन की मंशा भांप सामान समेटने पर मजबूर होते चले गए। अतिक्रमण हटाने की शुरुआत तीन चरणों में की गई। पहले चरण में समाहरणालय चौक से लेकर स्टेशन चौक और दूसरे चरण में स्टेशन चौक से हरिवाटिका चौक व तीसरे चरण में हरिवाटिका चौक से मोहर्रम चौक तक बुलडोजर अस्थायी रूप से अतिक्रमणकारियों के खिलाफ चलता रहा। नप के जेई सुजय सुमन और कार्यालय सहायक युवराज बहादुर ¨सह के साथ भारी संख्या में पुलिस टीम भी अतिक्रमण हटाओं अभियान में शामिल रहे। इस बीच अतिक्रमणकारियों में से कई लोगों ने इस बात पर सवाल भी खड़े किए कि जिन लोगों ने सड़क की जमीन पर पक्का अतिक्रमण कर लिया है उन पर भी बुलडोजर चलना चाहिए। जेई ने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में अभियान चलाया जा रहा है।
पग-पग पर जाम व अतिक्रमण से उब गए लोग
शहर में जाम व अतिक्रमण से लोग इस कदर उब गए हैं कि प्रशासनिक अधिकारियों को इसपर निर्णय लेने को मजबूर होना पड़ा। शहर में छावनी से लेकर स्टेशन तथा समाहरणालय से लेकर तीन लालटेन तक मुख्य पथ अतिक्रमण का शिकार है। इतना ही नहीं लालबाजार, मीना बाजार व अस्पताल का इलाका भी जाम व अतिक्रमण के कारण कराह रहा है। यहां सुबह से लेकर देर शाम तक जाम के कारण लोगों को परेशान रहना पड़ता है। देर से ही सही अगर लगातार अभियान चले तो न केवल सड़के चौड़ी हो जाएंगी बल्कि जाम से लोगों को परेशान भी नही होना पड़ेगा।
पहले भी चला अभियान, पर काबिज हो गए अतिक्रमणकारी
नवंबर 2016 में अतिक्रमण व जाम को लेकर प्रशासन द्वारा यूद्ध स्तर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था। लेकिन अतिक्रमणकारी अपनी हरक्कतों से बाज नही आए और पून: उसी जगह काबिज हो गए जहां वे पहले अतिक्रमण किए थे। नगर का कोई ऐसा कोना नही है जहां अतिक्रमणकारियों ने अपनी गहरी पैठ नही बना ली हो। प्रशासन द्वारा कड़े कदम नही उठाए जाने और सख्त कार्रवाई नही होने पर उनका मनोबल बढ़ता जाता है और शहर की सड़कों की स्थिति जस की तस बनी रहती है।