नई सभापति ने कहा कि भले हीं सरकार ने इस शहर को र्स्माट सीटी का दर्जा नहीं दिया गया है, लेकिन यहां उपलब्ध संसाधनों एवं नगर परिषद के आंतरिक संसाधनों के सहारे शहर को स्मार्ट सिटी के रुप में पहचान दिलाने का प्रयास किया जायेगा..
श्रीमती सिकारिया ने कहा कि शहर में मुख्य सड़को पर बिजली, हर घर को शुद्ध पेय जल के साथ ही गंदगी को दूर करने का प्रयास किया जायेगा..
रोड पर लगने वाली गंदगियों से शहरवासियों को छुटकारा दिलाया जाएगा, और साथ ही बेतिया शहर को एक ग्रीन शहर बनाने में हर पहल की कोशिश की जाएगी।।
और सारे बेतिया को स्मार्ट सिटी बनाने वाले कार्य बोर्ड के सदस्यों के सहयोग से ही यह सब संभव हो पायेगा..
साथ हीं उन्होंने अपील की के हर वार्ड पार्षद बेतिया की तरक्की में भरपूर योगदान दे, उन्होंने कहा कि बेतिया शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की कई संभावनाएं है।।
जैसे..
जलनिकासी का पूरा प्रबंध भी किया जा सकताहै.. इसमें शहर के निर्वाचित सभी पार्षदों का सहयोग भी जरुरी है..इतना ही नहीं ऐतिहासिक संतघाट की चन्द्रावत नदी का हो रहे अतिक्रमण से मुक्ति दिलाकर नदी का जीर्णोद्धार करा जायेगा.. नदी की साफ सफाई और उसका बेहतर तरीके से देखभाल किया जाएगा, ताकि ऐतिहासिक मानचित्र पर बेतिया आ सके।।
साथ ही नई सभापति श्रीमती गरिमा जी ने कहा के शहर पर्यटक आकर्षित हो इसके लिए बेतिया को बेहतर तरीके से बनाया जाएगा और जो भी इतिहासिक हैं, उनको और बेहतर तरीके से बनाया जाएगा ताकि पर्यटक आकर्षित हो सके।।
इसके साथ ही शहर के वार्ड नंबर 28 के पार्षद और
नवनिर्वाचित उपसभापति मो०क्यूम ने कहा कि शहर स्वच्छ तथा ग्रीन बने यहीं हमारी पहली प्राथमिकता होगी.. उन्होने कहा कि यह शहर पहले से हीं अमृत सीटी के रुप में चयनित है.. और अमृत सिटी के तहत आने वाली फंडों का उपयोग से बेतिया को हरा तथा स्वस्थ बनाने में किया जाएगा.. यहां बोर्ड के सदस्यों के सहयोग से पूरे शहर को स्वच्छ बनाने का भरपुर प्रयास होगा। राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ शहरों के रैकिंग में बेतिया और उपर आये इसका प्रयास होगा. उन्होंने सभी वार्ड पार्षदों को शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं र्स्माट बनाने में सहयोग करने की अपील भी की।।